Is Shadi ko chhupao - 1 in Hindi Love Stories by Umesh Singh books and stories PDF | इस शादी को छुपाऔ - 1

Featured Books
  • सनातन - 3

    ...मैं दिखने में प्रौढ़ और वेशभूषा से पंडित किस्म का आदमी हूँ...

  • My Passionate Hubby - 5

    ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन...

  • इंटरनेट वाला लव - 91

    हा हा अब जाओ और थोड़ा अच्छे से वक्त बिता लो क्यू की फिर तो त...

  • अपराध ही अपराध - भाग 6

    अध्याय 6   “ ब्रदर फिर भी 3 लाख रुपए ‘टू मच...

  • आखेट महल - 7

    छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसक...

Categories
Share

इस शादी को छुपाऔ - 1

लोग कहते है‌ कि अच्छे लोगो के साथ अच्छा होता हैं। झूठ कहते है‌ टोटल बकवास बात है लोगो की बनी बनाई बातें सुनना मैंने छोड़ दिया है। क्योंकि मेरी लाइफ में तो कुछ अच्छा हो ही नहीं रहा।

हैलो दोस्तो मेरा नाम इंद्राणी है लेकिन मुझे सब बानी नाम से जानते हैं। ऐसा नाम मत पूछो क्यों। मैं एक एम.बी.ए. स्टूडेंट हूं और मैं एक अच्छे घराने की सीधी साधी लड़की हूं। बाकी सब लोगों कि तरफ में पढ़ाई करतीं हूं। होमवर्क के बारे में शिकायत करती हूं। अपने दोस्तों के साथ मज़े करती हूं। काफी आम बातें हैं ना? लेकिन मेरा एक राज़ है।
' रूद्र ' मेरी सभी परेशानियों की जड़.... मेरा सबसे बड़ा सरदर्द! इस जाहिल लड़के ने मेरी जिंदगी में भूचाल लाकर रख दिया है।
रूद्र:- में कैंटीन जा रहा हूं , समोसा लेने।

फिर से?

रुद्र :- भाई तुम्हें पता तो है मुझे समोसा से कितना प्यार है। भैयाजी, मुझे तीन समोसे....!?

बानी :- ये सारे समोसे में लूंगी भैया!! फटाफट दे दीजिए?
अजीब लड़की है!
खैर, मुझे क्या मुझे तो पैसे मिल रहे हैं ।
हां लाओ बिटिया पैसे!

रूद्र :- हेय! तुम्हें दिखता नहीं, तुमसे पहले में यहां आया था! और एक दो नहीं ये सारे समोसे तुमने ले लिए! जानबूझकर किया न ये तुमने!!

बानी :- क्या?? मैंने क्या किया है?? मैं भला क्यों कुछ करने लगी ? मैंने बस अपने दोस्तों के लिए समोसे खरीदे हैं। उन्हें बहुत जोरों से भूख लगी है।

रूद्र :- छोड़ो! तुमसे बात करना बेकार है। इसका बदला तो मैं लेके रहूंगा चीकू की बच्ची!

बानी :- हैह! ये आजकल के छोरे! मुझसे उलझोगे तो यही हाल होगा बेटा! बानी नाम है मेरा समझे!

MBA CLASS

स्टूडेंट ' स्वच्छ भारत ' अभियान के तहत हमें वालंटियर्स चाहिए जो आज कांलेज खत्म होने के बाद क्लासरूम की सफाई करें। कौन तैयार है आप लोगों में से?

सन्नाटा
कोई नहीं?

स्टूडेंट प्रेसिडेंट रुद्र, तुम्हारे दिमाग में कोई है?

रूद्र :- सर, एक्चुअली मेरी दोस्त बानी खुद ही क्लास कि सफाई करना चाह रही थी। वह उस दिन कह रही थी कि स्वच्छता हर भारतीय का कर्तव्य है!

है ना बानी?

बानी :- क.... क्या? मेरा मतलब हां। मैं बिल्कुल सहमत हूं।

रूद्र :- कमबख्त ये शमां सर ने मुझे भी इसमें क्यों शामिल किया? अच्छा भला ये नालायक बानी को फसाया था मैंने!

बानी :- सही हुआ! तुम्हारे साथ ऐसा ही होना चाहिए, सरफिरे मनहूस कहिके

वाह! काफी उच्च विचार है बानी तुम्हारे!
और रूद्र, मैं तुम्हारा नाम भी इस अभियान
मैं लिख रहा हूं। बानी की मदद करो।
आखिर तुम क्लास प्रेसिडेंट हो!

क्या?

FEW HOURS LATER


हेय रुद्र, चल अभी कितनी साफ सफाई करेगा? और ये बानी ने खुद का कमरा तो कभी साफ किया नहीं है। बड़ी आई कालेज स्वच्छ करने। चल बानी घर चलते हैं। हां चलो, हम सभी साथ चलेंगे।

नहीं - नहीं - नहीं तुम लोग जाओ।
मुझे काफी वक्त लगेगा।अभी पोंछा लगाना बाकी है।
हां! हां! और ये छत के जाले भी साफ करने है!

रूद्र और बानी के दोस्त क्या करेंगे
जाने अगले भाग में